कोरोना वायरस के दुनियाभर में फैल जाने से मानवता के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है। सम्भवतः यह पहला अवसर है जब ये महामारी दुनियाभर में एक साथ फैली है। बताया जाता है कि यह महामारी चीन से शुरू हुई जहां बड़ी संख्या में लोग इस महामारी की वजह से मारे गए। क्योंकि कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए अभी कोई दवा उपलब्ध नहीं है इसलिए इससे बचने का एक ही रास्ता है खुद को दूसरों से दूर रखना और भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाना। यही वजह है कि जिस देश में ये फैल गया है वहां की सरकार द्वारा लॉकडाउन अर्थात सरकारी और निजी कामकाज बंद कर दिया गया है और लोगों ने खुद को अपने घरों में बंद कर दिया है। हमारे भारत देश में भी लॉकडाउन की घौषणा कर दी गई है और अगर कोई इसकी अवहेलना करता है तो ऐसा करने के लिए उससे सख्ती से निपटा जा रहा है। इटली, अमेरिका, स्पेन, ब्रिटेन, ईरान आदि देशों में कोरोना ने कई हजार जानें अब तक ले ली है। हमारे देश में कोरोना के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और इस पोस्ट के लिखे जाने तक ऐसे मरीजों की संख्या 1192 तक पहुंच चुकी हैं और मरने वालों की संख्या 29 है। कोरोना से मरने वालों की संख्या और इससे संक्रमित मरीजों की संख्या का विवरण बहुत भयावह है। जैसा कि बताया जाता है कि कोरोना वायरस से अब तक 34018 लोग मारे गए हैं और 7.2 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक महामारी पर नियंत्रण और इसके खात्मे के काम में जुट गए हैं लेकिन इस खतरनाक महामारी के इलाज के लिए कब दवाएं तैयार हो पाएंगी ये अभी अनिश्चित है। वास्तव में इस वक्त सारी मानवता इस कहावत को सच होता देख रही है कि रोकथाम इलाज से बेहतर है। ऐसी स्थिति में मानवता के पास सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना के अलावा कोई रास्ता नहीं है कि वो इस खतरनाक महामारी को अपनी असीमित शक्ति से दुनिया से मिटा दे और अपनी दया लगातार हम पर बनाए रखे।
हर आपदा के समय मानवता ने इसके खात्मे के लिए ईश्वर की मदद का सहारा लिया कयोंकि मानव जानता है कि दुनिया की किसी भी समस्या का समाधान ईश्वर ही कर सकता है यही कारण है कि इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बाद से मानव जाति ने जब-जब आपदाओं से छुटकारे के लिए किसी और शक्ति को सक्षम नहीं पाया तब उन्होंने ईश्वर को ही अपनी सहायता के लिए पुकारा। मानव जाति ने हमेशा सर्वशक्तिमान ईश्वर के सामने अपना सिर झुकाया और जो उनकी समस्याओं को बिना किसी पक्षपात के हल कर देता है। अब इस खतरनाक महामारी से बचने और इसके खात्मे के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने का समय है। इसलिए मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप सभी खुद को और सारी मानवता को इस खतरनाक महामारी से बचने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें।
- रोहित शर्मा विश्वकर्मा
हर आपदा के समय मानवता ने इसके खात्मे के लिए ईश्वर की मदद का सहारा लिया कयोंकि मानव जानता है कि दुनिया की किसी भी समस्या का समाधान ईश्वर ही कर सकता है यही कारण है कि इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बाद से मानव जाति ने जब-जब आपदाओं से छुटकारे के लिए किसी और शक्ति को सक्षम नहीं पाया तब उन्होंने ईश्वर को ही अपनी सहायता के लिए पुकारा। मानव जाति ने हमेशा सर्वशक्तिमान ईश्वर के सामने अपना सिर झुकाया और जो उनकी समस्याओं को बिना किसी पक्षपात के हल कर देता है। अब इस खतरनाक महामारी से बचने और इसके खात्मे के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने का समय है। इसलिए मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप सभी खुद को और सारी मानवता को इस खतरनाक महामारी से बचने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें।
- रोहित शर्मा विश्वकर्मा