दिल्ली की शाही जामा मस्जिद के शाही इमाम ने कश्मीर के मौजूदा स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि कश्मीर की मौजूदा स्थिति आज़ादी के बाद से कश्मीरियों को नजरअंदाज़ किए जाने का नतीजा है। इस दौरान कश्मीरियों के संवैधानिक अधिकारों को बेदर्दी से कुचला गया है और उनके साथ सख्त व्यवहार किया गया है। देश के सही सोच के लोगों ने कश्मीरियों की दयनीय स्थिति पर हमेशा अपनी आवाज़ बुलंद की है। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी कश्मीरियों की दयनीय स्थिति को उठाया जाता रहा है। ऐसी स्थिति में कुछ कश्मीरी नौजवानों ने अपने हाथ में हथियार उठा लिए और कश्मीर की स्थिति मौजूदा हालात तक पहुंच गई। हर सरकार ने आतंकवादियों के बुरे इरादों से कश्मीर को बचाने का काम किया लेकिन इन सरकारों ने कश्मीरियों की समस्याओं को ईमानदारी से हल करने का काम नहीं किया। मोदी सरकार ने भी अपने इस वादे पर अमल नहीं किया कि वो सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास सिद्धांत पर काम करेगी। अगर वो ऐसा करती तो अनुच्छेद 370 और धारा 35ए को हटाते वक्त कश्मीरी जनता और देश के सही सोच के लोगों को अपने विश्वास में लेती। इसलिए सच्चाई यही है कि कश्मीर समस्या का हल ईमानदारी से तलाशने पर ही होगा।
- रोहित शर्मा विश्वकर्मा
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